गोबर की गंदगी से होते हैं दो-चार
ट्रामा सेंटर से श्री गोवर्धन मार्ग को जाने वाले दीवार पर लगे उपले और गोबर कर रहा बदबू और बिगाड़ रहा शहर की सूरत
इस मार्ग पर जाने वाले लोग उपले और गोबर की गंदगी से होते हैं दो-चार
स्मार्ट सिटी की सूरत बिगाड़ने का काम कर रहे हैं दीवाल पर लगे उपले और गोबर
वाराणसी। श्रीगुरु रविदास जन्मस्थान मंदिर सीरगोवर्धनपुर में 27 फरवरी को होने वाली जयंती की तैयारी काफी तेजी से चल रही है। कोरोना संक्रमण के बीच धिरे धिरे सेवादारों का जत्था भी जन्मस्थली पहुंचने लगा है। ट्रस्टी के एल सरोए और तरसेम लाल ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए पंडाल और लंगर हाल बनकर तैयार है। पंडाल के ऊपर तिरपाल भी लगा दिया गया है। कोरोना के कारण ट्रेनें भी ज्यादा नहीं है और बेगमपुरा स्पेशल ट्रेन नहीं आने के कारण यहां आने वाले सेवादार और श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम रहेगी।
हर वर्ष जयंती में 25 देशों से ज्यादा एनआरआई जयंती में आते थे। बीएचयू की दीवारों पर सालों से उपले और गोबर रंगे हुए हैं। वाराणसी मोदी जी का संसदीय क्षेत्र है और मोदी जी शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। विदेश से आए पर्यटन तथा दर्शनार्थियों को वाराणसी में घूमने के बाद एक अच्छा मैसेज अपने देश लेकर जाएं। और यह अच्छा मैसेज तभी जाएगा जब अपना शहर स्वच्छ और सुंदर होगा। हम बात कर रहे हैं ट्रामा सेंटर से रविदास मंदिर जाने वाले मार्ग की। इस मार्ग से सटे हुए बीएचयू की दीवाल है। इस दीवाल की शोभा इसके पास घर बनाकर रहने वाले लोग बिगाड़ रहे हैं। बता दें कि बीएचयू की दीवाल पर उपल और गोबर चिपका दिया जाता है।
जिससे इस मार्ग पर आने जाने वाले लोग इसकी बदबू से तथा दीवार पर मतदान हुआ या लगने वाला दाग से दो-चार होते हैं। कहीं ना कहीं दीवाल पर लगाया उपल और गोबर लोगों में एक गंदा मैसेज देता है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बीएचयू प्रशासन द्वारा दीवाल पर गंदगी करने पर जुर्माना का प्रावधान है।
परंतु कभी भी बीएचयू प्रशासन द्वारा इन पर जुर्माना स्वरूप कुछ भी नहीं वसूल किया गया। चुकी भगवानपुर चित्तूपुर और सीर गोवर्धनपुर नगर निगम परिक्षेत्र में आ गया है। तो इसके साथ सफाई का जिम्मा भी नगर निगम को ही उठाना चाहिए। दीवाल पर लगे इस उपले और गोबर को नगर निगम द्वारा साफ करवा कर एक अच्छा मैसेज लोगों को देना चाहिए।