रक्त समूह AB के लोगो को कोविड का जोखिम रक्त समूह O से 152 गुना ज्यादा
रक्त समूह AB के लोगो को कोविड का जोखिम रक्त समूह O से 152 गुना ज्यादा
बीएचयू के प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे के नेतृत्व में देश भर के 30 संस्थानों के 87 वैज्ञानिको ने मिलकर पूर्वांचल के विभिन्न जिलो से 509 लोगों पर किया शोध
वाराणसी, शनिवार 31 जुलाई। कोरोनावायरस सार्स-कोव-2 ने विश्व के ज्यादातर देशों में लोगो को अलग अलग अनुपात में संक्रमित किया। विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के बीच मृत्यु अनुपात में महत्वपूर्ण भिन्नताएं बताती हैं कि सार्स-कोव-2 खिलाफ मानव संवेदनशीलता काफी भिन्न होती है। दुनिया भर के वैज्ञानिक वायरस की प्रकृति, इसके ट्रांसमिशन आदि को समझने के लिए व्यापक शोध कर रहे हैं। उन्होंने इससे बीमारी की गंभीरता और उनके रक्त समूहों में एक महत्वपूर्ण सम्बन्ध पाया। काशी हिन्दू विश्विद्यालय के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे के नेतृत्व में देश भर के 30 संस्थानों के 87 वैज्ञानिको ने मिलकर पूर्वांचल के विभिन्न जिलो से 509 लोगो के ऊपर किये गए शोध में पाया की रक्त समूह AB के लोगो की कोरोना से संक्रमित होने की संभावना सबसे ज्यादा जबकि रक्त समूह O के लोगो के संक्रमित होने की सम्भावना सबसे कम थी। यह शोध आज विज्ञान की पत्रिका ट्रांसफ्यूज़न एंड अफ्रेसिस साइंस में प्रकाशित हुई है। इस शोध के प्रमुख वैज्ञानिक प्रज्ज्वल प्रताप सिंह ने बताया की ABO रक्त समूह हमारे 9 वे क्रोमोजोम के ABO जीन द्वारा संचलित किया जाता है। अध्ययनों में पाया गया है कि यह जीन प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोविड-19 की संवेदनशीलता को नियंत्रित करता है। इसके पहले के भी शोधो में गंगा के मैदानी इलाको में रहने वाले लोगो में रक्त समूह O वाले व्यक्तियों को हेलिकोबैक्टर पाइलोरी और हैजा के संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील पाया गया था। जबकि रक्त समूह O के ही लोगो को डेंगू और सार्स के लिए कम संवेदनशील पाया गया। इस शोध की ख़ास बात ये थी की इसमें बिना लक्षण के लोगो को अध्ययन किया गया। टीम ने स्ट्रीट वेंडर्स के रक्त समूहों के साथ उनका कोविड एंटीबाडी का लोगो में अध्ययन किया| शोध में पाया गया की रक्त समूह B (35%) और O (28%) पूर्वांचल के सर्वाधिक लोगो में पाया जाता है, लेकिन जब कोविड से उबरे लोगो में इन रक्त समूहों का अध्ययन किया गया तो 36% लोग AB रक्त समूह के जबकि 11% लोग रक्त समूह O के पाए गए। रक्त समूह A और B के लोगो में कोई अंतर नहीं पाया गया। टीम ने गणितीय आकलन द्वारा यह भी दिखाया की रक्त समूह AB के लोगो को कोविड का जोखिम रक्त समूह O से 152 गुना ज्यादा है। प्रोफेसर चौबे ने बताया की चूकी यह शोध बिना लक्षण वाले कोविड मरीजो पर किया गया है, यह ये भी दिखाता है की भले ही रक्त समूह AB में संक्रमण का सबसे अधिक जोखिम है, लेकिन इसमें गंभीरता का जोखिम अत्यंत कम है।