कुलपति ने किया जैवप्रौद्योगिकी स्कूल की नई इमारत का किया उद्घाटन
कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने किया जैवप्रौद्योगिकी स्कूल की नई इमारत का किया उद्घाटन
वाराणसी, बुधवार 24 मार्च। कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने विज्ञान संस्थान के जैवप्रौद्योगिकी स्कूल की नई इमारत का उद्घाटन किया। इस इमारत में अनुसंधान व प्रौद्योगिकी के विकास के लिए आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि ये ज़रूरी है कि इन सुविधाओं का छात्र व शोधकर्ता स्वयं इस्तेमाल करें न कि सिर्फ शिक्षकों को ही इन्हें प्रयोग करते हुए देखें। उन्होंने शोधकर्ताओं व शिक्षकों का आह्वान किया कि वे अपने शोध को प्रयोगशाला तक ही सीमित न रखें बल्कि उनके आधार पर प्रौद्योगिकी का भी विकास करें। प्रो. भटनागर ने कहा कि शोधकर्ता जिस भी विषय पर अध्ययन कर रहे हैं, वे उससे संबंधित एप्लिकेशन का भी ज़रूर पता लगाएं।
विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. अनिल त्रिपाठी ने कहा कि जैवप्रौद्योगिकी स्कूल का विकास एवं इसमें अत्याधुनिक शोध सुविधाओं की उपलब्धता कुलपति प्रो. राकेश भटनागर के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन व सहयोग से ही संभव हो पाई है। प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से संकाय सदस्यों को गुणवत्तापूर्ण शोध करने के लिए उत्तम सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं, ऐसे में ये अब शिक्षकों की भी ज़िम्मेदारी है कि वे नए शोध व नवोन्मेष के रूप में विश्वविद्यालय की सेवा करें। स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के समन्वयक प्रो. सुख महेन्द्र सिंह ने कहा कि नई इमारत में सभी सुविधाओं से लैस एम.एस.सी. बायोटेकनोलॉजी की दो प्रयोगशालाएं हैं, जिनकी क्षमता 60 विद्यार्थियों की है। नई इमारत में 6 शोध प्रयोगशालाएं भी हैं जिनमें अत्याधुनिक सुविधाएं व उपकरण उपलब्ध हैं, ताकि शोध व अनुसंधान को गति दी जा सके। ये 6 प्रयोगशालाएं विश्वविद्यालय में नवनियुक्त 6 संकाय सदस्यों (2 प्रोफेसर, 4 असिस्टेंट प्रोफेसर) को आवंटित की गई हैं।
प्रो. सिंह ने कहा कि नई बिल्डिंग में एक लाइब्रेरी सह संगोष्ठी कक्ष भी है। उन्होंने बताया कि जैवप्रौद्योगिकी स्कूल की लाईब्रेरी में हज़ारों पुस्तकें हैं और यह देश भर के सर्वश्रेष्ठ जैव प्रौद्योगिकी स्कूलों की लाईब्रेरी में से एक है। इमारत में एक स्मार्ट क्लासरूम भी विकसित किया गया है। जैव प्रौद्योगिकी स्कूल की प्रयोगशालाओं में अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए इन्सटिट्यूशन ऑफ एमिनेंस योजना के तहत अनुदान दिया गया है। उद्घाटन समारोह में रेक्टर प्रो. वीके शुक्ला, विज्ञान संकाय के प्रमुख प्रो. मल्लिकार्जुन जोशी, वरिष्ठ प्रोफेसर, संकाय सदस्य, छात्र व कर्मचारी उपस्थित थे।