National One News

Main Menu

  • सुर्खियां
  • देश-विदेश
  • राज्य
  • क्राइम
  • ज्योतिष
  • धरोहर
  • राजनीति
  • रोजगार
  • स्कूल
  • विश्वविद्यालय
  • संस्कृति
  • काशी दर्शन

logo

Header Banner

National One News

  • सुर्खियां
  • देश-विदेश
  • राज्य
  • क्राइम
  • ज्योतिष
  • धरोहर
  • राजनीति
  • रोजगार
  • स्कूल
  • विश्वविद्यालय
  • संस्कृति
  • काशी दर्शन
विश्वविद्यालय
Home›विश्वविद्यालय›समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र में कार्यशाला का हुआ आयोजन

समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र में कार्यशाला का हुआ आयोजन

By omkarnath
February 3, 2022
194
0
Share:

समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र  में “गौ आधारित कृषि एवं रसोई में उपलब्ध सामग्री से औषधि का निर्माण” विषय पर हुआ कार्यशाला

वराणसी। समन्वित ग्रामीण विकास केन्द्र, सामाजिक विज्ञान संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत डॉ. आलोक पांडेय के निर्देशन में गौ उत्पाद आधारित कृषि कार्य एवं औषधि तैयार करने की विधि पर व्याख्यान और प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ. आलोक पांडेय ने कार्यक्रम के शुरुआत में केंद्र के बारे में बताते हुए 40 वर्षों में केंद्र के द्वारा संचालित कार्यक्रमों , ग्रामीण विकास के क्षेत्र में किये गए प्रयासों की जानकारी दी। कुमारी अनिंदिता तिवारी ने रसोईघर से सबंधित सामग्री से उपचार विधि एवं कुमारी मालती ने गौ आधारित खेती पर अपने विचार रखें। मुख्य अतिथि के रूप में संस्कृत महाविद्यालय, मिर्जापुर के समाज शास्त्र के व्याख्याता , नीति आयोग के सदस्य एवं समाजसेवी अरविंद उपस्थित रहें। अपने उद्बोधन में स्वस्थ जीवन के लिए भारतीय नस्ल की गाय एवं उससे प्राप्त पंचगव्य जैसे दूध, दही, घी, गोमूत्र एवं गोबर  अपनाने की बात कही। गाय से हम आर्थिक लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं। जैविक खेती में हम गाय से प्राप्त गोमूत्र एवं गोबर  का प्रयोग करके एक स्वस्थ एवं सुखी जीवन अपना सकते हैं। उन्होंने केंद्र के विद्यार्थियों को गाय से प्राप्त उत्पादों से तैयार सामग्री से कृषि के विभिन्न कार्यों को संपादित करने और रसायनों के प्रयोग को इससे प्रतिस्थापित करने के बारे में बताया तथा इसको प्रयोग में लाने पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने पंचगव्य और रसोईघर में विद्यमान सामानों से कुछ जटिल बीमारियों के उपचार के लिए औषधियों के तैयार करने की विधियों पर चर्चा किया। वे भारतीय संस्कृति के उन  पारंपरिक विधियों पर जोर दिए जो पूरी तरह से वैज्ञानिक हैं और उनके प्रयोगविधि में किसी भी प्रकार के हानि की आशंका नहीं हैं। उन्होंने गाय पालन से होने वाले फायदे और ग्रामीण जीवन मे उसके सकारात्मक आर्थिक प्रभाव के बारे में भी बताया। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने अमृतधारा, गौघृत बाम, जीवामृत , घन जीवामृत, कीट नियंत्रक, तक्रासव, कोरोना से बचाव की विधि, गोमय दीपक एवं धूप को  कार्यशाला के दौरान बनाकर दिखाया भी। कार्यशाला में सामुदायिक स्वास्थ्य विभाग से प्रोफ अरुण कुमार दुबे जी ने भी अपने विचार रखे। कार्यशाला में आवश्यक वस्तुओं जैसे गाय के गोबर गोमूत्र घी इत्यादि की व्यवस्था केंद्र के विद्यार्थियों के द्वारा अनुराग कश्यप के निर्देशन में की गयी थी। कार्यक्रम का संचालन कुमारी शिखा स्वर्णकार ने किया और कुलगीत आनंदिता, मालती, पुष्पांजलि, श्वेता एवं प्रत्युष के द्वारा प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि का सम्मान शाल एवं स्मृति चिन्ह देकर किया गया। यह कार्यक्रम पूरी तरह से स्वदेशी उत्पादों और उससे होने वाले लाभों के इर्दगिर्द केंद्रित रहा। इस प्रशैक्षणिक कार्यक्रम के दौरान चतुर्थ  सेमेस्टर के विद्यार्थी और सिलाई केंद्र की छात्राएं उपस्थित थे। प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। कार्यक्रम के दौरान सिलाई केंद्र से आरती विश्वकर्मा तथा पुस्तकालय से डॉ. सुमन सिंह कार्यक्रम में मौजूद रहीं। अनुराग कश्यप, आलोक , राहुल, अनुराग, उदित, सुकुल, श्रवण, इनायत, प्रत्यूष, शुभम, राणा, मुनचुन, और रौशन कार्यक्रम में उपस्थित रहें और अपना सहयोग प्रदान किये।अनिल कुमार  भूषण, रामजी, रामलखन, सतीश कुमार वर्मा  सम्मिलित थे ।

Post Views: 246
Previous Article

बीएचयू वैज्ञानिक ने खोजा बिना चीरफाड़ के ...

Next Article

समग्र उत्थान पार्टी पूर्वांचल की 20 सीटों ...

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0

Related articles More from author

  • विश्वविद्यालय

    एनएसएस स्वंसेविकाओं ने चलाया स्वच्छता अभियान

    March 22, 2021
    By Manish Srivastava
  • विश्वविद्यालय

    आईआईटी में टेकनेक्स-21 (ऑनलाइन) का शुभारंभ शुक्रवार से

    April 1, 2021
    By Manish Srivastava
  • विश्वविद्यालय

    राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन की 60 वीं कड़ी का हुआ आयोजन

    July 27, 2021
    By Manish Srivastava
  • विश्वविद्यालय

    भारत के सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण में युवाओं का योगदान महत्वपूर्ण- अमीरचंद, राष्ट्रीय महामंत्री, संस्कार भारती

    August 3, 2021
    By Manish Srivastava
  • विश्वविद्यालय

    कुलपति ने किया जैवप्रौद्योगिकी स्कूल की नई इमारत का किया उद्घाटन

    March 24, 2021
    By Manish Srivastava
  • विश्वविद्यालय

    February 19, 2021
    By Manish Srivastava

You may interested

  • सुर्खियां

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन सभा स्थल पर वायुसेना के हरक्यूलिस विमान से उतर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का किया उद्घाटन,

  • सुर्खियां

    वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस गुरुपूर्णिमा व श्रावण माह के मद्देनजर पैदल भृमण कर सुरक्षा व्यवस्था जांची,

  • काशी दर्शन

    परमपूज्य अघोरेश्वर अवधूत भगवान राम जी का 29 वा निर्वाण दिवस क्री कुंड शिवाला में श्रद्धा पूर्वक मनाया गया,

About us

  • B-26/105, Nawabganj, Durgakund, Varanasi, Uttar Pradesh-221005
  • +91 941 520 3186
  • nationalonenews@gmail.com

Follow us

संस्कृति

  • संस्कृति

    जिलाधिकारी वाराणसी एवं मंडलायुक्त बाढ़ राहत शिविर का किया निरीक्षण,

    बिजली आपूर्ति बाधित होने पर राहत शिविर मे जिम्मेदार को जिलाधिकारी वाराणसी कौशल राज शर्मा ने फोन कर कारण पूछा और अविलंब बिजली आपूर्ति का निर्देश दिया, नगवा बाढ़ राहत ...
  • संस्कृति

    परम् पूज्य पीठाधीश्वर अघोराचार्य महाराज श्री सिद्धार्थ गौतम राम जी का मनाया गया अभिषेक दिवस

    परम् पूज्य पीठाधीश्वर अघोराचार्य महाराज श्री सिद्धार्थ गौतम राम जी का मनाया गया अभिषेक दिवस इस वर्ष अनुयायियों ने घर रहकर आभासीय माध्यम से मनाया परम् पूज्य ब्रम्हलीन श्री राजेश्वर ...
  • संस्कृति

    मां भगवती महिषासुरमर्दिनि में अष्ट दिवसीय शतचंडी महायज्ञ का हुआ पूर्णाहुति

    मां भगवती महिषासुरमर्दिनि में अष्ट दिवसीय शतचंडी महायज्ञ का हुआ पूर्णाहुति नौ कन्याओं का विधि विधान से किया गया पूजन वाराणसी। भदैनी स्थित मां भगवती महिषासुर मर्दिनी मंदिर में गुप्त ...
  • संस्कृति

    पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के आध्यात्मिक जन्मदिन एवं वसंत पर्व पर विविध कार्यक्रम का हुआ ...

    पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के आध्यात्मिक जन्मदिन एवं वसंत पर्व पर विविध कार्यक्रम का हुआ आयोजन गायत्री शक्तिपीठ के प्रांगण में विशाल भंडारे का किया गया आयोजन वाराणसी। अखिल विश्व ...
  • संस्कृति

    प्राचीन श्री सेवाती डीह बाबा का किया गया भव्य श्रृंगार

    बसंत पंचमी पर भंडारे का किया गया आयोजन प्राचीन श्री सेवाती डीह बाबा का किया गया भव्य श्रृंगार वाराणसी। तेलियाना स्थित प्राचीन श्री सेवाती डीह बाबा मंदिर में शनिवार को ...
  • संस्कृति

    शास्त्रों एवं पुराणों पर आधारित है आधुनिक विज्ञान : स्वामी प्रखर जी महाराज

    कोरोना शमन एवं भारत विश्व गुरु बनाने को लक्षचण्डी यज्ञ में दी गई आहुतियां ईश्वरीय सत्ता पर आधारित है भौतिकवाद : माधवन वेंकटरमन शास्त्रों एवं पुराणों पर आधारित है आधुनिक ...

धरोहर

  • धरोहर

    गंगाटास्क फोर्स एवं गंगामित्रों ने संयुक्त रूप से नगवा नाला पर चलाया वृहद सफाई अभियान ...

    गंगाटास्क फोर्स एवं गंगामित्रों ने संयुक्त रूप से नगवा नाला पर चलाया वृहद सफाई अभियान एवं किया पौधारोपण 137 बटालियन गंगा टास्कफोर्स व गंगा मित्रों ने असि नाले पर बनाए ...
  • धरोहर

    गांधी की स्मृतियों को एनएसयूआई ने किया याद

    बीएचयू रजत जयंती से जुड़ी गांधी की स्मृतियों को एनएसयूआई ने किया याद हिंदुस्तान का पहला गांधी आश्रम बनारस में ही स्थापित : डॉ शशिकांत वाराणसी। बीएचयू एनएसयूआई के छात्रों ...
  • धरोहर

    बाबा कीनाराम मठ रामगढ़ के सुंदरीकरण के लिए करोड़ो की सौगात देगे मुख्यमंत्री,

    आश्रम स्थल रामगढ़ चंदौली में आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बाबा कीनाराम के जन्मोत्सव 2019 में भी आए थे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया था भरोसा रामगढ़ आश्रम के सुंदरीकरण ...
  • धरोहर

    मुख्यमंत्री के संभावित कार्यक्रम मद्देनजर अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम ने रामगढ़ आश्रम (चंदौली) की ...

    अघोरपीठ कीनाराम आश्रम रामगढ़ (चंदौली) के नवीनीकरण सह सुंदरीकरण कार्यों का शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किये जाने के आयोजन के निमित्त अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम ने आश्रम ...
  • धरोहर

    अधिवक्ताओ ने आजाद हिन्द सरकार के स्थापना की 78वी वर्षगाठ मनाई,

    अधिवक्ताओ ने आजाद हिन्द सरकार के स्थापना की 78वी वर्षगाठ मनाई, जिलाधिकारी पोर्टिको मे अधिवक्ताओ ने आजाद हिंद सरकार के स्थापना का वर्षगाठ धुमधाम से मनाया।अधिवक्ता बारह बजे दिन मे ...
  • धरोहर

    जलीय प्रदूषण कम करने व जलीय पर्यावरण को संतुलित रखने के उद्देश्य से पचहत्तर हजार ...

    जलीय प्रदूषण को कम करने व जलीय पर्यावरण को संतुलित रखने के उद्देश्य से पचहत्तर हजार मछलियों को गंगा में छोड़ा गया, 75000, मछलियों के बच्चों को अस्सी घाट किनारे ...
© Copyright. Design & Developed by Raj Tech.