यूरोपीय देशों में कोरोना का कहर, जर्मनी मे पांच महीने का टूटा रिकार्ड, भारत में लोगों की लापरवाही बन सकती है समस्या का कारण,
यूरोपीय देशों में कोरोना का कहर, जर्मनी मे पांच महीने का टूटा रिकार्ड, भारत में लोगों की लापरवाही बन सकती है समस्या का कारण,
हिंदुस्तान मे लोगों की लापरवाही बन सकती है कोरोना के तीसरे लहर की वजह,
सबसे बड़ी समस्या कोविड नियमों का पालन नहीं करने वाले लोगों से ही है,
भारत में दूसरी लहर का असर धीरे-धीरे कमी की तरफ है,
कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा पिछली बार की तरह 10 हजार के नीचे नहीं आया पिछले दो दिनों से लगातार ये आंकड़ा बढ़ता नजर आ रहा है और देशों में तीसरी लहर का संकेत को भी लोग नजरअंदाज करते नजर आ रहे हैं, यूरोपीय देशों में पिछले साल की तरह इस साल भी ठंड के साथ-साथ संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है,यूरोप में कोरोना संक्रमितों का कहर अपने चरम पर है, संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है,न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट मानें तो, पिछले 24 घंटे में जर्मनी में 50 हजार नए मामले दर्ज किए गए है, जर्मनी ने पिछले 5 महीनें का रिकॉर्ड तोड़ दिया है,
वैक्सीन न कराने वाले हो जाए सावधान,
जर्मनी के रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोग या फिर सिर्फ 1 डोज लेने वालें लोगों में संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है वहीं जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री ने तो वैक्सीन के बूस्टर डोज देने की सलाह दी है ताकि, इसके बढ़ते खतरें पर लगाम लगाई जा सकें। साथ ही कोरोना टेस्ट पर भी उन्होंने जोर दिया है ताकि ये सामुदायिक तौर पर ने फैले,
चौथी लहर वाला देश
ब्रिटेन में आए दिन 30 हजार से भी ज्यादा मामले दर्ज किए जा रहे है बेल्जियम का हाल भी बहुत बुरा है, बेल्जियम के स्वास्थ्य मंत्री फ्रैंक वांडरब्रुक का कहना है कि, उनका देश चौथी लहर की मार झेल रहा है नीदरलैंड, पोलैंड और रूस जैसे देश भी कोरोना से अछूते नहीं है इन देशों में करीब दो तिहाई आबादी पूरी तरह वैक्सीनेट है वहीं भारत मे मंजिल अभी दूर है,
ब्रिटेन के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ ड्रोबाक के मुताबिक, वैक्सीन कोरोना वायरस का कोई स्थाई इलाज नहीं है लेकिन, इसने एक गेम चेंजर का काम जरुर किया है, बता दें कि, पिछली बार की तरह इस बार भी यूरोप में ठंड के मौसम में कोरोना के नए मामले बढ़ते जा रहे है,