धूप लेने मात्र से ब्लैक फंगस हो जाती है हवा, कई और रोगों का भी है धूप दवा,
एक घंटे प्रतिदिन धूप लेना हजार दवा के बराबर, धूप से नाड़ियों का फैलाव बढ़ने से ठीक रहता है रक्त संचरण जठराग्नि सक्रिय कर पाचन क्रिया ठीक रखती है,
कोरोना के साथ जिस ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस ने दहशत फैला रखी है, उसे रोकने की ताकत धूप के पास है। ब्लैक फंगस गंदगी, नमी और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण पैदा होता है। ऐसे में एक धूप हजार दवा का काम करेगी और ब्लैक फंगस उसके सामने नहीं फटकेगा, धूप स्नान से शरीर में विटामिन डी, आक्सीजन और इम्युनिटी बढ़ती है,
यह दावा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषंगिक संगठन आरोग्य भारती के गोरक्षप्रांत के उपाध्यक्ष एवं होम्योपैथी चिकित्सा विकास महासंघ के राष्ट्रीय सचिव डा. दीपक सिंह के अनुसार ब्लैक फंगस कोविड और नान कोविड दोनों मरीजों में हो सकता है, कोरोना वायरस महामारी मै लोग जाने अनजानेे में स्ट्यूयूराईड् ज्यादा लिए जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है, मरीज के हाई ब्लड शुगर, कैंसर आदि से पीड़ित होने और लंबे समय तक आक्सीजन मास्क लगाने से नमी बढ़ने के कारण ब्लैक फंगस का खतरा काफी बढ़ जाता है,डा. दीपक के अनुसार कई प्रकार के संक्रमण शरीर पर असर डालते हैं, धूप उसके दुष्प्रभाव को कम करती है। धूप स्नान से शरीर में पर्याप्त श्वेत रक्त कणिकाएं बनती हैं, जो रोग पैदा करने वाले कारकों से लड़ती है। धूप में एंटी कैंसर तत्व भी होते हैं। धूप मिलने से शरीर को ऊर्जा मिलती है। इससे नसें संकुचित नहीं होती और फैलाव होने से रक्त संचरण निर्बाध होता है। निर्बाध रक्त संचरण शरीर में आक्सीजन का स्तर सही रखता है। धूप से शरीर को विटामिन डी मिलता है। पर्याप्त मात्रा में धूप लेने से जठराग्नि सक्रिय होती है, जो पाचन में सहायता करती है। बेहतर पाचन प्रक्रिया से गुजरने के कारण भोजन के धातु तत्व शरीर को पुष्ट करते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, ब्लैक फंगस के लक्षण
-नाक और आंख में सूजन, धुंधला दिखना
डा. दीपक के अनुसार ब्लैक फंगस चार प्रकार के होते हैं, राइजोम्यूकरमाइकोसिस, क्यूटेनिअस म्यूकरमाइकोसिस, पल्मोनरी म्यूकरमाइकोसिस, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल म्यूकरमाइकोसिस, सबसे ज्यादा खतरनाक राइजो म्यूकरमाइकोसिस होता है, जिसका असर दिमाग पर होता है, प्रतिदिन एक घंटे धूप ले, घरों खिड़की दरवाजों को खुला रखे नमी न होने दे, मास्क रोज धोएं धूप में सुखाए, गीले तौलिए का इस्तेमाल न करें,विटामिन ई, सी, डी,युक्त चीज़ों का सेवन करे इम्युनिटी बढ़ाने वाली प्रोटीन का सेवन करें,