गायत्री तीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार की टोली ने किया गोष्ठी एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम
गायत्री तीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार की टोली ने किया गोष्ठी एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम
आपके के द्वार पहुँचा हरिद्वार, घर-घर कुंभ, घर-घर संस्कार की अलग जगाने पहुँची गायत्री तीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार की टोली
वाराणसी, शनिवार 6 माार्च।घर घर पहुँचा हरिद्वार, घर-घर कुंभ, घर-घर संस्कार कार्यक्रम के तहत गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार से चलकर वाराणसी पहुँची केन्द्रीय टोली ने उपजोन गायत्री परिवार के संयोजन में गायत्री शक्तिपीठ, नगवां के प्रांगण में पवित्र कुंभ का गंगा जल किट की स्थापना एवं प्रशिक्षण के कार्यक्रम का आयोजन सुबह 10 बजे से शुरू किया। जिसमें वाराणसी, मिर्जापुर, जौनपुर, सोनभद्र, चन्दौली एवं भदोही के गायत्री साधको ने भाग लिया। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये टोली नायक श्री रमा शंकर पटेल एवं श्री प्रसेन सिंह जी ने गंगा जली किट के महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहां कि यह हरिद्वार से लाया गया पवित्र गंगा जल है, जिसे जन-जन के पूजा वेदी पर वैदिक मंत्रो के उच्चारण के साथ स्थापित किया जाना है ताकि लोगों को हरिद्वार में आयोजित कुंभ से अपनी आध्यात्मिक भावना को जोड़ने का सुअवसर प्राप्त हो सके। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार का यह उद्देश्य है कि कुंभ के उद्देश्यों को घर-घर तक पहुँचाया जाये एवं लोगों को माँ गंगा के साथ भावनात्मक रूप से जोड़ते हुये गंगा की निर्मलता एवं अविरलता को बनाये रखा जा सके। अगले कड़ी में टोली नायक श्री रमा शंकर पटेल जी ने उपस्थित गायत्री साधको को गंगा जली किट की स्थापना कैसे की जाये का प्रशिक्षण प्रदान किया।
आगे कहां कि जिस क्षेत्र में भी गंगा जली किट की स्थापना किया जाना है वहां सभी घरों में टोली बनाकर एक साथ गायत्री यज्ञ/दीप यज्ञ के माध्यम से स्थापित किया जाये ताकि लोग आध्यात्मिक भावना से परिपूर्ण होकर गंगा जली किट को श्रद्धापूर्वक पूजन कर सके और भावनात्मक रूप से गायत्री परिवार के विचारों को अपने अन्दर समाहित कर करे ताकि मनुष्य में देवत्व का उदय एवं धरती पर स्वर्ग का अवतरण हो सके। द्वितीय पाली में गायत्री साधकों को गंगा जली किट को जिलेवार वितरित किया गया, जिसमें प्रथम चरण में कुल 16800 गंगा जली किट एवं 16800 मार्गदर्शक पुस्तिका हस्तगत किया गया, ताकि लोगो के घरों के पूजा वेदी पर स्थापित किया जा सके। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार से आये हुये जय सिंह, डीपी सिंह एवं सुनिल सिंह ने भक्ति संगीत से लोगों को आध्यात्मिक रसधार से सराबोर किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन सुरेश चन्द्र यादव उपजोन समन्वयक, वाराणसी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री गंगाधर उपाध्याय मुख्य प्रबन्ध ट्रस्टी (रचनात्मक ट्रस्ट), श्री अवधेश सिंह, घनश्याम कर्मयोगी, विरेन्द्र विद्यार्थी, रमाकान्त पाठक, विध्यांचल सिंह, सत्य नारायण सिंह, नरेन्द्र मिश्रा, रामाश्रेय सिंह, सालिक राम मौर्या, दल सिंगार यादव, डा. डी. पटेल, रमेश चन्द्र गुप्ता, बेचू लाल, श्रीमती अर्चना मिश्रा, रेखा श्रीवास्तव, करूणा चतुर्वेदी, आभा मौर्या, अनिला बरनवाल, पूर्णिमा गुप्ता, राधिका मौर्या, डा. उषा किरण, पुश्पा गुप्ता, श्वेता मिश्रा, शारदा देवी, पुष्पा रानी एवं मीडिया प्रभारी रमन कुमार श्रीवास्तव सहित सैकड़ो गायत्री साधको ने भाग लिया।