पातालपुरी मठ में हिन्दू मुसलमान सभी ने किया गुरू का दर्शन
पातालपुरी मठ में हिन्दू मुसलमान सभी ने किया गुरू का दर्शन
धर्मों के बंधन से मुक्त रही गुरू की पूजा
मुस्लिम महिलाओं ने उतारी गुरू की आरती
वाराणसी, शनिवार 24 जुलाई। गुरूपूर्णिमा के अवसर पर गुरूओं के शहर काशी में गुरू वंदना की होड़ लगी है। धर्म जाति विचार के भेद से ऊपर गुरू की पूजा सभी वर्ग और धर्मों के लोग करते आ रहे हैं। अपने हुनर के जानकार उसी हुनर को जब दूसरे को सिखाते हैं तो गुरू कृपा ही होती है। पातालपुरी सनातन धर्म रक्षा परिषद की ओर से पातालपुरी मठ, नरहरिपुरा में गुरूपूर्णिमा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास जी महाराज का दर्शन कर आशीर्वाद लेने के लिये गांव–गिरांव से लोग पातालपुरी मठ पहुंचे। मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी जिन्हें हनुमान चालीसा फेम नाजनीन अंसारी भी कहा जाता है वह भी मुस्लिम महिलाओं के साथ मठ में पहुंचीं और वहां उन्होंने बालक दास जी की आरती कर श्रीराम नाम दुपट्टा भेंट किया। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पूर्वांचल सह संयोजक मो. अजहरूद्दीन, अफसर बाबा, शफीक अहमद आदि मुस्लिम बंधुओं ने भी बालक दास का दर्शन किया।
इस अवसर पर महंत बालक दास ने कहा कि जिनको भी भगवान श्रीराम में आस्था और भक्ति है चाहे वह किसी भी धर्म और जाति का हो ऐसे सभी लोगों के लिए मठ का द्वार खुला है। गुरू की पूजा करना तो धर्म और जाति के बंधन से मुक्त है। मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि गुरू वही है जो अपने ज्ञान के प्रकाश से अज्ञान का अंधेरा दूर कर दे। बिना रामभक्ति के अज्ञान का अंधेरा दूर होने वाला नहीं है। मैंने रामभक्ति का दर्शन अपने गुरू बालक दास जी से सीखा है। आज उनकी आरती कर सम्मान देने में गर्व का अनुभव हो रहा है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पूर्वांचल सह संयोजक मो. अजहरूद्दीन ने कहा कि बालक दास जी ऐसे गुरू हैं जिन्होंने समाज में धर्म के नाम पर पनप रहे नफरत की खाई को भरने का काम किया है। अपने गुरू बालक दास पर हमें नाज है कि उन्होंने शिष्य बनाने में धर्म जाति का भेद नहीं किया। इस अवसर पर रामपंथ के पंथाचार्य डा. राजीव श्रीवास्तव, अर्चना भारतवंशी, इली भारतवंशी, मुस्ताक अहमद, नगीना बेगम, शाहिद, मुख्तार अहमद, कलीम असरफ, रज्जब अली, अल्हम्दुलिल्लाह आदि लोगों ने भाग लिया।