किसान आंदोलन के समर्थन और किसानों को जागरूक करने के लिए निकाली गई किसान संवाद पंचकोशी यात्रा
वाराणसी, शुक्रवार 26 जनवरी। दिल्ली और देश भर में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन और किसानों को जागरूक करने हेतु, संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले ‘किसान संवाद पंचक्रोशी यात्रा’ मणिकर्णिका घाट से संकल्प के साथ प्रारंभ होकर ग्रामीण अंचलों में निकाली गयी। नंदलाल मास्टर ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य किसानों को तीन कृषि कानूनों के साथ ही खेती किसानी से जुड़े निम्न मुद्दों के बारे में जागरूक करना था। गेहूं, धान के साथ साथ सब्जी, फल आदि की भी न्यनतम खरीद मूल्य तय हो इससे कम पर खरीद करने वाले पर मुकदमा कायम कराया जाए।
छुट्टा पशुओं की परेशानी से निजात मिले। बीज, खाद, कृषि उपकरण, पानी और बिजली के बढे हुए दाम वापस लिए जाएँ और उन्हें समुचित सब्सिडी पर किसानों को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि छोटे और लघु किसानों को मनरेगा से जोड़ा जाए। कृषि को कोआपरेटिव मॉडल से जोड़ा जाए। अधिया लगान पर या किराए की खेती करने वालों को भी किसान का दर्जा मिले। किसान विरोधी कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। किसान संवाद पंचक्रोशी यात्रा के दौरान प्रेरणा कला मंच के साथी मुकेश झंझरवाला, अजीत गौरव, अजय पाल, गोविंद कुमार, शशांक द्विवेदी आदि ने जनगीत गाकर ग्रामीण क्षेत्र में जन जागरूकता फैलाई. इस यात्रा में मुख्या रूप से नंदलाल मास्टर, सुरेश राठौड़, प्रभुनारायण, धनंजय, रवि शेखर, दिवाकर, सतीश सिंह, दीपक, निराला जी, गणेश शर्मा, सेवा लाल, महेंद्र, योगिराज पटेल, सोनी, चंदा, शकुन्तला आदि शामिल रहें।