डॉ महेंद्र नाथ पांडे ने सर्किट हाउस में अधिकारियों संग किया बैठक
मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय ने विभागीय कार्यक्रमों की सर्किट हाउस में की समीक्षा
असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत कामगारों को दक्षता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए जाने पर दिया विशेष जोर
स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम संकल्प के तहत किए जाएंगे कर्मकांडी भी तैयार
वाराणसी, शनिवार 27 फरवरी। भारत सरकार के मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय ने असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत कामगारों को दक्षता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से ऐसे होनहार कामगारों को सर्टिफिकेशन से उन्हें अन्य स्थानों पर रोजगार प्राप्त करने में सहायता मिलेगा। स्किल डेवलपमेंट योजना के अंतर्गत उन्होंने कर्मकांडी को भी तैयार करने पर विशेष जोर दिया।
मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे शनिवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड बैंक से वित्त पोषित कार्यक्रम संकल्प के तहत वाराणसी एवं चंदौली जिले के बड़ागांव एवं सेवापुरी तथा नियमताबाद एवं शहाबगंज विकासखंड में संगठित क्षेत्रों के लगभग 7500 लोगों को 80 घंटे का प्रशिक्षण देने के पश्चात उनका परीक्षा लेने पर उन्हें दक्षता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया। अब यह योजना जनपद वाराणसी एवं चंदौली के शेष 06 एवं 07 सहित कुल 13 विकास खंडों में लागू होगा। इन विकासखंड क्षेत्रों के ऐसे कामगारों को प्रशिक्षण देने के पश्चात उनका परीक्षा लिया जाएगा तत्पश्चात उन्हें दक्षता प्रमाण पत्र उपलब्ध करा दिया जाएगा। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि देश के युवाओं का स्किल डेवलपमेंट करके उन्हें रोजगार मुहैया कराना संकल्प योजना का उद्देश्य है। उन्होंने अधिकारियों को टास्क देते हुए कहा कि वाराणसी के छोटे जोत के किसानों की स्किल डेवलपमेंट करके उनका कैसे उत्पादन बढ़े, बनारस के सिल्क उद्योग में पुराने एवं परंपरागत विधियों के साथ-साथ आधुनिकता एवं ट्रेडिशनल कैसे अपनाया जाए इन संभावनाओं पर कार्य किए जाने पर उन्होंने विशेष जोर दिया। स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम प्रकाश डालते हुए मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे ने बताया कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप लोकल फॉर वोकल को प्रभावी तरीके से लागू करने में स्किल डेवलपमेंट प्रमुख घटक के रूप में कार्य कर सकता है। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड बैंक से वित्त पोषित संकल्प कार्यक्रम देश के 69 जिलों में चल रहा है। पर्यटन के क्षेत्र में गाइडों का स्किल डेवलपमेंट करके भी इस को बढ़ावा देने की संभावनाएं व्यक्त की गई।