आतंक का पर्याय बना एक लाख का इनामी बदमाश रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू को वाराणसी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया,
वाराणसी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक के निर्देश पर एसपी सिटी विकास चंद्र त्रिपाठी के चक्रव्यूह मे कुख्यात अपराधियों का अंत होना हुआ शुरू, कहते हैं बुरे का अंत बुरा ही होता है उसी का आज अंजाम था कि रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू पुलिस मुठभेड़ में मारा गया, वाराणसी पुलिस तीन दिन के अंदर ही तीन मुठभेड़ मे दो एक लक्खा इनमियों का किया अंत तो एक पचास हजार का इनमिया बदमाश को मुठभेड़ के बाद किया गिरफ्तार, जैतपुरा थाना क्षेत्र में डाट पुल सरैया के पास पुलिस अधीक्षक नगर विकास चन्द्र त्रिपाठी , सीओ अमरेश सिंह बघेल, क्राइम ब्रांच निरीक्षक अश्विनी पांडेय, प्रभारी निरीक्षक शशि भूषण राय के नेतृत्व में हुई एक पुलिस मुठभेड़ में एक लाख रु का पुरस्कार घोषित कुख्यात अपराधी रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू बाबू पुत्र राम कुमार निवासी बड़ी पियरी थाना चौक घायल हुआ जिसे इलाज हेतु कबीरचौरा हॉस्पिटल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसको इलाज के दौरान मृत घोषित किया, मुठभेड़ में घायल अपराधी रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू के क़ब्ज़े से एक पिस्टल .30 बोर ,एक पिस्टल .32 बोर, एक पैशन मोटरसाइकिल ,भारी मात्रा में कारतूस (AK47, 30 बोर ,32 बोर ) आदि बरामद हुआ, मुठभेड़ के दौरान उप निरीक्षक विनय तिवारी {थाना जैतपुरा) तथा आरक्षी जितेंद्र सिंह ( क्राइम ब्रांच) को चोट आयी, जिन्हे हॉस्पिटल भेजा गया, वहीं मौके से इनामिया बदमाश मनीष सिंह उर्फ सोनू की अंधेरे की वजह से बच निकलने की जानकारी मिली, कुख्यात अपराधी रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू द्वारा दिनांक 28 अगस्त को थाना जैतपुरा के चौकाघाट पर डबल मर्डर की घटना को अंजाम दी थी, इसके द्वारा दिनांक 15 नवम्बर को चौक के सर्राफा व्यापारी सुरेश सेठ के घर में घुस कर उनको पिस्टल दिखा कर रंगदारी की मांग की गई थी जिसका वीडीयो सोशल मीडिया तथा अन्य समाचार माध्यमों में वाइरल हुआ था, एक लाख के इनामी बदमाश रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू का मुठभेड़ में अंत करने वाली पुलिस टीम को वाराणसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक के द्वारा ₹200000 के इनाम की घोषणा किया गया, मारे गए आतंक का पर्याय बने अपराधी के विरुद्ध जनपद वाराणसी, गाजीपुर,के विभिन्न थानों में लगभग तीन दर्जन से अधिक मुकदमा दर्ज थे,
👆मुठभेड़ में ढेर हुए आतंक का पर्याय बने एक लाख का इनामी बदमाश संतोष गुप्ता और किट्टू का आपराधिक इतिहास