टीबी के विरुद्ध सरकार का युद्ध- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करोड़ों रूपये की सौगात काशीवासियों को देने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे,
आज सुबह लगभग दस बजे प्रधानमंत्री वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर पहुंचे, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया,
पीएम वहां से सीधे रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचे जहां वन वर्ल्ड टीबी समिट’ में बटन दबाकर उद्घाटन कर भारत में टीबी को खत्म करने के लिए प्रमुख पहलों की शुरुआत की,
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बोला काशी मे इंटरनेशनल टीबी समिट का होना बड़ी बात है, टीबी मुक्त भारत के लिए अभियान तेज किया गया है टीबी मुक्त भारत के लिए 10 लाख टीबी मरीजों को गोद लिया गया है, इलाज में तकनीकी का उपयोग किया गया है टीबी के खिलाफ जग में अहम योगदान निक्षय मित्रों ने टीबी मरीजों की बहुत सहायता की है, 2025 तक टीबी मुक्त भारत करने का प्रण किया गया है और हम लोगों का यह संकल्प जरूर पूरा होगा टीबी हारेगा भारत जीतेगा, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर टीबी मुक्त प्रदेश है,
2014 के बाद से भारत ने जिस नई सोच और अप्रोच के साथ टीबी के खिलाफ काम करना शुरू किया, वो वाकई अभूतपूर्व है। भारत के ये प्रयास पूरे विश्व को इसलिए भी जानने चाहिए क्योंकि ये टीबी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का एक नया मॉडल है। बीते 9 वर्षों में भारत ने टीबी के खिलाफ लड़ाई में अनेक मोर्चो पर एक साथ काम किया है, एक देश के तौर पर भारत की विचारधारा का प्रतिबिंब वसुधैव कुटुंबकम् यानी ‘पूरी दुनिया एक परिवार है’ की भावना में झलकता है। ये प्राचीन विचार आज आधुनिक विश्व को एकीकृत दृष्टि और एकीकृत समाधान दे रहा है। इसलिए भारत ने G20 की भी थीम रखी है एक दुनिया एक परिवार एक भविष्य,
काशी नगरी वे शाश्वत धारा है जो हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की साक्षी रही है। काशी इस बात की गवाही देती है कि चुनौती चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो जब सबका प्रयास होता है तो नया रास्ता भी निकलता है। मुझे विश्वास है कि टीबी जैसी बीमारी के खिलाफ हमारे वैश्विक संकल्प को काशी एक नई ऊर्जा देगी,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोप वे का भी सौगात काशी वासियों को देंगे,
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन मे बोला प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को 2025 तक टीबी से मुक्त करने का जो संकल्प दिया था आज हम उसके नजदीक पहुंच चुके हैं। आज स्टॉप टीबी कैंपेन का जो थीम दिया गया है ये वास्तव में उनके संकल्पों को मजबूती प्रदान करने और उसे आगे बढ़ाने का है
उत्तर प्रदेश में देश 21% टीबी के मरीज पाए जाते रहें हैं। पिछले 5 साल में उत्तर प्रदेश ने जो लक्ष्य प्राप्त किए हैं उनमें 16 लाख 90 हजार रोगियों को पोषण सहायता के माध्यम से अबतक 422 करोड़ का भुगतान किया गया है,