National One News

Main Menu

  • सुर्खियां
  • देश-विदेश
  • राज्य
  • क्राइम
  • ज्योतिष
  • धरोहर
  • राजनीति
  • रोजगार
  • स्कूल
  • विश्वविद्यालय
  • संस्कृति
  • काशी दर्शन

logo

Header Banner

National One News

  • सुर्खियां
  • देश-विदेश
  • राज्य
  • क्राइम
  • ज्योतिष
  • धरोहर
  • राजनीति
  • रोजगार
  • स्कूल
  • विश्वविद्यालय
  • संस्कृति
  • काशी दर्शन
सुर्खियां
Home›सुर्खियां›बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान ने मनाया संस्थापक निदेशक पद्मश्री प्रो. केएन उडुप्पा का जन्म शताब्दी समारोह

बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान ने मनाया संस्थापक निदेशक पद्मश्री प्रो. केएन उडुप्पा का जन्म शताब्दी समारोह

By Manish Srivastava
July 31, 2021
126
0
Share:

बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान ने मनाया संस्थापक निदेशक पद्मश्री प्रो. केएन उडुप्पा का जन्म शताब्दी समारोह

वाराणसी, शनिवार 31 जुलाई। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय चिकित्सा विज्ञान संस्थान ने उत्साहपूर्वक अपने संस्थापक निदेशक पद्मश्री प्रो. केएन उडुप्पा का जन्म शताब्दी समारोह मनाया, जिसमें अनेक प्रख्यात हस्तियों ने अपने संबोधनों व संस्मरणों के माध्यम से प्रो. उडुप्पा के जीवन व उनके अतुलनीय योगदान को याद किया। उद्घाटन भाषण में चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक, प्रो. बी. आर. मित्तल ने कहा कि प्रो. के. एन. उडुप्पा द्वारा रखी गई सशक्त नींव पर आज चिकित्सा विज्ञान संस्थान की इमारत खड़ी है। प्रो. मित्तल ने कहा कि प्रो. उडुप्पा एक ऐसे विलक्षण व्यक्तित्व थे जिनकी दूरदर्शिता के परिणामस्वरूप चिकित्सा विज्ञान संस्थान आज ख्याति एवं प्रतिष्ठा के शिखर छू रहा है। उन्होंने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में न्यूक्लियर मेडिसीन की शुरूआत का श्रेय भी प्रो. केएन उडुप्पा को ही जाता है।

मेडिसीन संकाय के संकाय प्रमुख प्रो. एस. के. सिंह ने प्रो. केएन उडुप्पा की जीवन यात्रा एवं उनके योगदान के बारे में चर्चा की। उन्होंने एक अनुभव साझा करते हुए बताया कि शहनाई सम्राट उस्ताद बिस्मिल्ला खां एक कार्यक्रम में शामिल होने के इच्छुक नहीं थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि ये निमंत्रण प्रो. के. एन. उडुप्पा की ओर से आया है तो उस्ताद ने हामी भर दी। प्रो. एसके सिंह ने कहा कि ये डॉ. उडुप्पा के विशाल व्यक्तित्व का ही प्रभाव था कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के आयुर्वेदिक कॉलेज ने चिकित्सा विज्ञान संस्थान तक का सफर तय किया, जो आज आधुनिक व प्राकृतिक चिकित्सा के एक बड़े केन्द्र के रूप में जनसेवा कर रहा है।

प्रो. सिंह ने डॉ उडुप्पा के कार्य व योगदान के लिए उन्हें बीएचयू के दूसरे मालवीय की संज्ञा दी। रेक्टर एवं कार्यवाहक कुलपति प्रो. वीके शुक्ला ने बताया कि डॉ. उडुप्पा के शब्दों ने उन्हें जीवन भर प्रेरणा दी व आगे बढ़ने के लिए ऊर्जा प्रदान की। प्रो. शुक्ला ने बताया कि प्रो. केएन उडुप्पा ने उन्हें कहा था कि वे बीएचयू में ही रहें और यही शब्द आज भी उनका मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी प्रो. उडुप्पा के सम्पर्क में आता था वह प्रोत्साहन व प्रेरणा पाता था। उन्होंने बताया कि उन्हें काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से जुड़े हुए ठीक 50 वर्ष हो गए हैं और प्रो. उडुप्पा जैसे व्यक्तित्व के साथ काम करने का अवसर मिलना उनके लिए गर्व की बात है। प्रो. शुक्ला ने चिकित्सा विज्ञान संस्थान के सदस्यों का आह्वान किया कि वे अपने कार्य व योगदान से प्रो. उडुप्पा को सच्ची श्रद्धांजलि देने का काम करें।

हाईब्रिड मोड में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में प्रो. एसएम तुली, पूर्व आचार्य, ऑर्थोपेडिक्स एवं पूर्व निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, प्रो. श्रीधर द्विवेदी, चिकित्सा विज्ञान संस्थान के पुरा छात्र एवं प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट, तथा प्रो. अभिमन्यु कुमार, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर एवं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पुरा छात्र, ने प्रो. के. एन. उडुप्पा शताब्दी संबोधन प्रेषित किये। प्रो. तुली ने कहा कि अगर आपके साथ प्रो. उडुप्पा जैसे मार्गदर्शक एवं अनुकरणीय व्यक्तित्व हों तो आप राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण ज्ञान का योगदान दे सकते हैं, जिससे चिकित्सा संबंधी कई चुनौतियों के समाधान संभव हो सकते हैं। प्रो. श्रीधर द्विवेदी ने बताया कि प्रो. उडुप्पा ने डॉ. एपी पाण्डे. डॉ. केडी त्रिपाठी, प्रो. वीके शुक्ला, प्रो. वीपी सिंह, प्रो. टीएम मोहापात्रा समेत अनेक प्रतिभावान लोगों का मार्गदर्शन दिया, जिन्होंने आगे चलकर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी अलग पहचान बनाई। प्रो. अभिमन्यु कुमार ने कहा कि प्रो. उडुप्पा ने आयुर्वेद, आधुनिक चिकित्सा एवं योग के तीन महत्वपूर्ण विज्ञान क्षेत्रों में अपनी गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने कहा कि प्रो. उडुप्पा ने प्राचीन एवं आधुनिक चिकित्सा के एकीकरण के विचार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में मूर्त रूप प्रदान किया।


इस अवसर पर चिकित्सा विज्ञान संस्थान से जुड़ी अनेक विशिष्ट हस्तियों ने अपने संदेश साझा किये, इनमें से कई प्रो. उडुप्पा के छात्र भी रह चुके हैं व उनके साथ कार्य भी कर चुके हैं। इनमें पद्मश्री प्रो. आर. एच. सिंह, पूर्व संकाय प्रमुख, आयुर्वेद संकाय, प्रो. पी. तिवारी, पूर्व निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, प्रो. सरोज गुप्ता, पूर्व विभागाध्यक्ष, सर्जरी विभाग, प्रो. वी. पी. सिंह, पूर्व निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, प्रो. के. एन. अग्रवाल, पूर्व निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, पद्मश्री प्रो. चूड़ामणि गोपाल, पूर्व विभागाध्यक्ष, पेडियाट्रिक सर्जरी, प्रो. एच. एस. शुक्ला, पूर्व संकाय प्रमुख, मेडिसीन, प्रो. आर. जी. सिंह, पूर्व निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, प्रो. वी. भट्टाचार्य, पूर्व विभागाध्यक्ष, प्लास्टिक सर्जरी, प्रो. टी. एम. मोहापात्रा, पूर्व निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, शामिल हैं। कार्यक्रम में चिकित्सा विज्ञान संस्थान के संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष, चिकित्सक, शिक्षक व छात्र ऑनलाइन व ऑफलाइन जुड़े। प्रो. मनोड पांडे ने धन्यवाद ज्ञापन प्रेषित किया।

Post Views: 136
Previous Article

एम्बुलेंस एवं वाहन व्यवस्था की जायेगी सुदृढ़: ...

Next Article

1 अगस्त को प्रात: 10 बजे से ...

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0

Related articles More from author

  • Uncategorizedसुर्खियां

    एसपी सिटी विकास चंद्र त्रिपाठी देव दीपावली त्योहार के सुरक्षा मद्देनजर घाटों पर किया भृमण,

    November 24, 2020
    By Manish Srivastava
  • Uncategorizedसुर्खियां

    अक्षय नवमी के दिन काशी के घाटों पर भक्तों ने स्नान दान किया

    November 23, 2020
    By Manish Srivastava
  • सुर्खियां

    एडीसीपी(काशी जोन) विकास चंद्र त्रिपाठी ने थानों के हेड मुहर्रिर व मुंशी संग बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया,

    July 8, 2021
    By Manish Srivastava
  • सुर्खियां

    लखनऊ होटल अग्निकांड के बाद पुलिस कमिश्नर वाराणसी द्वारा फायर सुरक्षा एडवाइजरी जारी की गई,

    September 5, 2022
    By Manish Srivastava
  • सुर्खियां

    करपात्र प्राकट्योत्सव का हुआ शुभारंभ

    August 7, 2021
    By Manish Srivastava
  • सुर्खियां

    पुलिस आयुक्त वाराणसी के आदेशानुसार कमिश्नरेट पुलिस द्वारा क्षेत्र का बॉर्डर सील कर सघन चेकिंग व पैट्रोलिंग की गई,

    August 17, 2021
    By Manish Srivastava

You may interested

  • सुर्खियां

    फादर स्टैन स्वामी के लिए आयोजित हुई श्रद्धांजलि

  • सुर्खियां

    ग्लाइडर विमान में आई तकनीकी खराबी पायलट ने यमुना एक्सप्रेस वे पर उतारा विमान,

  • सुर्खियां

    गायत्री महामंत्र जप अनुष्ठान कार्यक्रम का हुआ पूर्णाहुति

About us

  • B-26/105, Nawabganj, Durgakund, Varanasi, Uttar Pradesh-221005
  • +91 941 520 3186
  • nationalonenews@gmail.com

Follow us

संस्कृति

  • संस्कृति

    जिलाधिकारी वाराणसी एवं मंडलायुक्त बाढ़ राहत शिविर का किया निरीक्षण,

    बिजली आपूर्ति बाधित होने पर राहत शिविर मे जिम्मेदार को जिलाधिकारी वाराणसी कौशल राज शर्मा ने फोन कर कारण पूछा और अविलंब बिजली आपूर्ति का निर्देश दिया, नगवा बाढ़ राहत ...
  • संस्कृति

    परम् पूज्य पीठाधीश्वर अघोराचार्य महाराज श्री सिद्धार्थ गौतम राम जी का मनाया गया अभिषेक दिवस

    परम् पूज्य पीठाधीश्वर अघोराचार्य महाराज श्री सिद्धार्थ गौतम राम जी का मनाया गया अभिषेक दिवस इस वर्ष अनुयायियों ने घर रहकर आभासीय माध्यम से मनाया परम् पूज्य ब्रम्हलीन श्री राजेश्वर ...
  • संस्कृति

    मां भगवती महिषासुरमर्दिनि में अष्ट दिवसीय शतचंडी महायज्ञ का हुआ पूर्णाहुति

    मां भगवती महिषासुरमर्दिनि में अष्ट दिवसीय शतचंडी महायज्ञ का हुआ पूर्णाहुति नौ कन्याओं का विधि विधान से किया गया पूजन वाराणसी। भदैनी स्थित मां भगवती महिषासुर मर्दिनी मंदिर में गुप्त ...
  • संस्कृति

    पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के आध्यात्मिक जन्मदिन एवं वसंत पर्व पर विविध कार्यक्रम का हुआ ...

    पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के आध्यात्मिक जन्मदिन एवं वसंत पर्व पर विविध कार्यक्रम का हुआ आयोजन गायत्री शक्तिपीठ के प्रांगण में विशाल भंडारे का किया गया आयोजन वाराणसी। अखिल विश्व ...
  • संस्कृति

    प्राचीन श्री सेवाती डीह बाबा का किया गया भव्य श्रृंगार

    बसंत पंचमी पर भंडारे का किया गया आयोजन प्राचीन श्री सेवाती डीह बाबा का किया गया भव्य श्रृंगार वाराणसी। तेलियाना स्थित प्राचीन श्री सेवाती डीह बाबा मंदिर में शनिवार को ...
  • संस्कृति

    शास्त्रों एवं पुराणों पर आधारित है आधुनिक विज्ञान : स्वामी प्रखर जी महाराज

    कोरोना शमन एवं भारत विश्व गुरु बनाने को लक्षचण्डी यज्ञ में दी गई आहुतियां ईश्वरीय सत्ता पर आधारित है भौतिकवाद : माधवन वेंकटरमन शास्त्रों एवं पुराणों पर आधारित है आधुनिक ...

धरोहर

  • धरोहर

    गंगाटास्क फोर्स एवं गंगामित्रों ने संयुक्त रूप से नगवा नाला पर चलाया वृहद सफाई अभियान ...

    गंगाटास्क फोर्स एवं गंगामित्रों ने संयुक्त रूप से नगवा नाला पर चलाया वृहद सफाई अभियान एवं किया पौधारोपण 137 बटालियन गंगा टास्कफोर्स व गंगा मित्रों ने असि नाले पर बनाए ...
  • धरोहर

    गांधी की स्मृतियों को एनएसयूआई ने किया याद

    बीएचयू रजत जयंती से जुड़ी गांधी की स्मृतियों को एनएसयूआई ने किया याद हिंदुस्तान का पहला गांधी आश्रम बनारस में ही स्थापित : डॉ शशिकांत वाराणसी। बीएचयू एनएसयूआई के छात्रों ...
  • धरोहर

    बाबा कीनाराम मठ रामगढ़ के सुंदरीकरण के लिए करोड़ो की सौगात देगे मुख्यमंत्री,

    आश्रम स्थल रामगढ़ चंदौली में आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बाबा कीनाराम के जन्मोत्सव 2019 में भी आए थे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया था भरोसा रामगढ़ आश्रम के सुंदरीकरण ...
  • धरोहर

    मुख्यमंत्री के संभावित कार्यक्रम मद्देनजर अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम ने रामगढ़ आश्रम (चंदौली) की ...

    अघोरपीठ कीनाराम आश्रम रामगढ़ (चंदौली) के नवीनीकरण सह सुंदरीकरण कार्यों का शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किये जाने के आयोजन के निमित्त अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम ने आश्रम ...
  • धरोहर

    अधिवक्ताओ ने आजाद हिन्द सरकार के स्थापना की 78वी वर्षगाठ मनाई,

    अधिवक्ताओ ने आजाद हिन्द सरकार के स्थापना की 78वी वर्षगाठ मनाई, जिलाधिकारी पोर्टिको मे अधिवक्ताओ ने आजाद हिंद सरकार के स्थापना का वर्षगाठ धुमधाम से मनाया।अधिवक्ता बारह बजे दिन मे ...
  • धरोहर

    जलीय प्रदूषण कम करने व जलीय पर्यावरण को संतुलित रखने के उद्देश्य से पचहत्तर हजार ...

    जलीय प्रदूषण को कम करने व जलीय पर्यावरण को संतुलित रखने के उद्देश्य से पचहत्तर हजार मछलियों को गंगा में छोड़ा गया, 75000, मछलियों के बच्चों को अस्सी घाट किनारे ...
© Copyright. Design & Developed by Raj Tech.