दृष्टि बाधित छात्रों को देर रात पुलिस ने धरना स्थल से हटाया, अंध विद्यालय की बंद कक्षाओं को पुनः चालू करने की कर रहे थे मांग,
दृष्टि बाधित छात्रों को देर रात पुलिस ने धरना स्थल से हटाया,
दिव्यांग छात्रों का आरोप, पुलिस प्रशासन ने जबरदस्ती हम लोगों को हटाया,
पिछले कई दिनों से दुर्गाकुंड स्थित अंध विद्यालय के द्वार व दुर्गा मंदिर मुख्य रास्ते पर दृष्टिबाधित छात्र धरने पर बैठे हुए थे, छात्रों के इस आंदोलन को कई विपक्षी पार्टियों का समर्थन मिलता जा रहा था, चूंकि दिव्यांग छात्रों का धरना प्रदर्शन दुर्गाकुंड मंदिर के ठीक सामने चल रहा था इस वजह से भेलूपुर से लंका का मुख्य मार्ग पिछले कई दिनों से अवरुद्ध था, स्थानीय दुकानदारों को भी मार्ग बंद होने की वजह से काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा था, दुकानदारों ने भी दृष्टिबाधित छात्रों का समर्थन किया था, दिव्यांग छात्रों को विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं ने अपना समर्थन दिया हुआ था, समाजवादी पार्टी,बहुजन समाज पार्टी ,कांग्रेस आम आदमी पार्टी सहित स्थानीय लोगों का भी सहयोग मिल रहा था, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, रीबू श्रीवास्तव, छात्र नेता आशुतोष सिंह (यीशु ) तो बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा धरना स्थल पहुंचकर दिव्यांग छात्रों को सहयोग का आश्वासन दिया था,वहीं कांग्रेस के राजेश मिश्रा, अजय राय समेत स्थानीय लोगों ने अपना समर्थन दिया था, स्कूल प्रशासन ने कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाओं में प्रवेश बंद कर निजी संस्था द्वारा संचालित इस विद्यालय की तरफ से बताया गया की आर्थिक सहयोग नही मिलने की वजह से और आर्थिक कारणों से इन कक्षाओं को बंद किया गया है, इसी के खिलाफ लगभग चार हफ्ते से अंध विद्यालय के दृष्टि बाधित छात्रों का धरना प्रदर्शन चल रहा था, धीरे-धीरे प्रशासन के लिए एक परेशानी का सबब बन रहा था। देर रात करीब 2:00 बजे तीन थानों की पुलिस एडीएम सिटी और एडीसीपी काशी जोन के अगुवाई में धरना स्थल पर सो रहे करीब 12 छात्रों को जबरन उठाकर ले गई, जैसे ही यह खबर अन्य साथी छात्रों को हुई जो बीएचयू के अलग-अलग छात्रावासों में रहते हैं वो आक्रोशित हो गए और उन्होंने रात 3 बजे बजे ही बी एच यू के सिंह द्वार पर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पहुंच गए हालात को देखते हुए भारी पुलिस बल बी एच यू के सिंहद्वार पर तैनात की गई, देर रात पुलिसिया कार्यवाई को देखते हुए आशंका लगाया जा रहा है कि दृष्टिबाधित छात्रों का आंदोलन और तेज होगी,