पाँच दिवसीय करपात्र प्राकट्योत्सव कल से होगा प्रारंभ
पाँच दिवसीय करपात्र प्राकट्योत्सव कल से होगा प्रारंभ
करपात्र प्राकट्योत्सव में ऑनलाइन जुड़ेंगे लोग, होंगे विविध आयोजन
वाराणसी, 6 अगस्त। धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज के 114 वे प्राकट्योत्सव पर धर्मसंघ शिक्षा मण्डल में विविध कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। दुर्गाकुंड स्थित धर्मसंघ के तत्वावधान में इस वर्ष कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए कार्यक्रमों को संक्षिप्त स्वरूप प्रदान किया गया है। इस बार पंच दिवसीय प्राकट्योत्सव का आयोजन 7 अगस्त से किया जाएगा। उक्त जानकारी धर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चौतन्य ब्रह्मचारी जी महाराज ने शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि प्राकट्योत्सव का शुभारम्भ प्रथम दिन गणपति लाक्षार्चन के साथ होगा। प्रांगण में स्थित श्री मणि मंदिर में 21 भुदेवो द्वारा 1 लाख किसमिस से गणपति की आराधना की जाएगी। वहीं बड़ी संख्या में दंपति अपने अपने घरों से ऑनलाइन भी पूजन करेंगे। द्वितीय दिवस 8 अगस्त, रविवार को कोरोना काल में स्वामी करपात्री जी के विचारों की प्रासंगिकता विषय पर विशिष्ट विद्वानों द्वारा वेबिनार का आयोजन किया जाएगा। तृतीय दिवस 9 अगस्त, सोमवार को प्राकट्य दिवस की पूर्व संध्या पर करपात्र दीपावली का आयोजन किया जाएगा।
चतुर्थ दिवस 10 अगस्त, मंगलवार को प्राकट्य दिवस के अवसर पर करपात्र रत्न समारोह का आयोजन किया जाएगा। जिसमे प्रख्यात विद्वान प्रोफेसर जयशंकर लाल त्रिपाठी को अतिविशिष्ट करपात्र रत्न अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा। उक्त कार्यक्रम में संपूर्णानंद संस्कृत विवि के कुलपति प्रोफेसर हरेराम त्रिपाठी एवं काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर आनन्द त्यागी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। महोत्सव के अंतिम दिवस प्रतीकात्मक रूप से गौरी केदारेश्वर जलाभिषेक यात्रा निकाली जाएगी। इस अवसर पर धर्मसंघ के महामंत्री पण्डित जगजीतन पाण्डेय ने कहा कि समस्त कार्यक्रम कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सम्पादित किया जाएगा, इसी कारण से आयोजन को सीमित किया गया है।