संत निरंजन दास पहुंचे सीर गोवर्धनपुर स्थित रविदास मंदिर
संत निरंजन दास पहुंचे सीर गोवर्धनपुर स्थित रविदास मंदिर
जयकारों के बीच निरंजन दास में गुरु चरणों में नवाया शीश व किया नमन वंदन
वाराणसी, गुरुवार 25 फरवरी। धर्म और अध्यात्म होने के साथ ही काशी संतों और गुरुओं की भी जन्मस्थली, कर्मस्थली और तपोस्थली रही है। इसी कड़ी में संत रविदास जयंती के मौके पर संत रविदास की जन्म स्थली सीर गोवर्धनपुर भी इन दिनों रैदासियों के आगमन से मिनी पंजाब बन गई है।
देश के कोने-कोने से व पंजाब से आने वाले श्रद्धालुओं का जत्था भी कोरोना संक्रमण के खतरों के बीच कम ही आ रहा है। लेकिन सुरक्षा और सतर्कता बरतते हुए सीर गोवर्धनपुर में गुरु के चरणों में अपनी श्रद्धा दिखाते हुए भजन कीर्तन का अनवरत क्रम जारी है।
संत निरंजन दास पहुंचे सिर गोवर्धनपुर स्थित रविदास मंदिर किया रविदास जी का दर्शन पूजन
डेरा सच्चा बल्लखंड (बल्लां) जालंधर के संत निरंजनदास अपने साथ रैदासियों के साथ गुरुवार दोपहर बाद लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बाबतपुर पहुंचे तो परिसर में भक्त गुरु का दर्शन पाकर निहाल हो गए। गुरु के स्वागत में भक्तों के उद्घोष से पूरा परिसर गूंज उठा तो मंदिर के पदाधिकारी उनका स्वागत करने पहुंचे। स्वागत के बाद वाहनों के काफिले के साथ सभी सीर गोवर्धन में रविदास जयंती के आयोजन में शामिल होने के लिए रवाना हो गए।
इस दौरान परिसर में काफी गहमागहमी बनी रही। रैदासियों के सर्वोच्च गुरु और सीर गोवर्धन मंदिर के प्रमुख और संत रविदास मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन संत निरंजन दास गुरुवार की शाम पांच बजे इंडिगो एयरलाइंस के विमान द्वारा दिल्ली से वाराणसी बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। एयरपोर्ट पर पहले से मौजूद भक्तों ने फूल और मालाओं उनकी आगवानी की।
उसके बाद 5.30 बजे सुरक्षा घेरे में विशेष वाहन से सड़क मार्ग द्वारा एयरपोर्ट से सीरगोवर्धनपुर स्थित संत रविदास धर्मस्थली के लिए प्रस्थान किये। उनके साथ विमान से दो दर्जन से अधिक रैदासी भक्तों का जत्था भी वाराणसी पहुंचा है। वहीं बाबतपुर एयरपोर्ट से सीर गोवर्धन पहुंचने के बाद जत्थे ने गुरु चरणों को नमन कर अपनी आस्था व्यक्त की और विश्राम करने के लिए परिसर स्थित आवास चले गए। इस दौरान संत निरंजन दास के सीर में पहुंचने के साथ ही परिसर उद्घाेष से गूंज उठा। संत रविदास की प्रतिमा को नमन करने के साथ ही परिसर में संगत निहाल होने लगी और गुरु चरणों में भजन संध्या का आयोजन शुरू होने के साथ ही अनवरत चलने वाला लंगर भी बरतने के लिए सेवादारों की सक्रियता बढ़ गई। परिसर गुरबानी, सबद कीर्तन से गूंजने के साथ ही गुरु की महिमा के बखान में डूब गया। शुक्रवार की सुबह आयोजन को और गति मिलेगी साथ ही रैदासियों के रंग में रंगा सीर गोवर्धन मिनी पंजाब सरीखा आयोजन की समाप्ति तक नजर आएगा।
संत निरंजन दास ने गुरु रविदास जी पर किया माल्यार्पण
संत निरंजन दास वाहन द्वारा सीर गोवर्धनपुर स्थित रविदास मंदिर सड़क मार्ग से वाहन द्वारा पहुंचे। उनके पहुंचते हैं वातावरण भक्ति में हो गया। लोगों के जयघोष के बीच निरंजन दास वाहन से उतरकर सीधे गुरु रविदास जी को माल्यार्पण कर उनको नमन व वंदन किया। इसके बाद सुरक्षा घरों में निरंजन दास लोगों को आशीर्वाद देते नजर आए। संत निरंजन दास एक झलक के लिए श्रद्धालु लालायित दिखे।