बीएचयू में सादगी के साथ मनाया गया सरस्वती पूजा व स्थापना दिवस
बीएचयू में सादगी के साथ मनाया गया सरस्वती पूजा व स्थापना दिवस
वाराणसी। बीएचयू की स्थापना को 105 वॉ वर्ष हो गया। बीएचयू में सरस्वती पूजा हुआ स्थापना दिवस पर झांकियां निकाली जाती है परंतु इस वर्ष उत्सव कोविड-19 के कारण फीका रहा। परंपरा के अनुसार वसंत पंचमी पर सभी हॉस्टलों और संकायों की ओर से झांकियां निकाली जाती हैं। इस वर्ष झांकियां नहीं सजी।
छात्रावासों के पूरी तरह न खुले होने के कारण वहां भी हर साल जैसी चहल पहल नहीं रही। शोध छात्र अपने अपने हॉस्टलों में सरस्वती पूजन करके स्थापना दिवस मनाएं। वहीं बीएचयू के सिंहद्वार, सिंहद्वार स्थित मालवीय मूर्ति तथा ट्रामा सेंटर परिसर स्थित बीएचयू के स्थापना स्थल को फूल मालाओं और रंग बिरंगी रोशनी से जरूर सजाया गया। पंडित महामना मदन मोहन मालवीय द्वारा सर्वप्रथम बीएचयू ट्रामा सेंटर स्थित विश्वविद्यालय का निव रखा गया था किन्ही कारणों से वहां पर विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हो पाई। जिसके कारण उस स्थान पर माता सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर दी गई।
स्थापना स्थल पर मंगलवार सुबह वैदिक ब्राह्मणों द्वारा मंत्रोच्चारण के बीच बीएचयू कुलपति राकेश, भटनागर नीरज त्रिपाठी ने पूजन-अर्चन किया। वसंत पंचमी की पूर्व संध्या पर बीएचयू के केंद्रीय ग्रंथालय में स्थापित मां सरस्वती की प्रतिमा की पूजा की गई।